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यह शीर्षक पढ़कर आपको शायद आश्चर्य हो रहा होगा | क्या ऐसा होना वास्तव में
सम्भव है | संभवत; आपको लग रहा हो कि यह झूठ
कहा गया है या मिथ्या वर्णन किया गया है | यह शत प्रतिशत सत्य है | एक क्षेत्र ऐसा
है जहां पर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी ज्यादा वृद्धि दर देखी जा रही
है यह क्षेत्र है राजनीति का क्षेत्र | धन-संपत्ति
की जितनी बढ़ोतरी इस क्षेत्र में हो रही है
उतनी तो सम्भवतः किसी भी क्षेत्र में नहीं
हो रही है | यह एक अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है | यदि हम पिछले पांच वर्ष का रिलायंस इंडस्ट्रीज का लाभ और वृद्धि दर
देखें और इसकी तुलना राजनीतिज्ञों की संपत्ति
की वृद्धि दर से करें तो निश्चित रुप से राजनीतिज्ञों की संपत्ति की वृद्धि दर कहीं
ऊँची है | इस रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि दर के लिए राजनीतिज्ञ बधाई
के पात्र हैं |
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इस क्षेत्र
में काम करने वाले महानुभावों को हम नेता के नाम से जानते हैं | इन नेताओं की कई श्रेणियां
हैं छुटभैया नेता, गली के स्तर का नेता, कॉलोनी स्तर का नेता, शहर स्तर का नेता ,राज्य स्तर का
नेता, राष्ट्रीय नेता और अंतर्राष्ट्रीय नेता | किसी फिल्म के प्रदर्शन का विरोध करते-करते किसी नेता का अचानक
जन्म हो जाता है | किसी जाति विशेष के लिए
आरक्षण की मांग करते करते अचानक किसी नेता का जन्म हो जाता है | तथा कई बार
कोई सामाजिक नेता आमरण अनशन पर बैठता है लेकिन यहीं पर ही जन्म किसी और नेता का हो जाता है | दशकों
से सामाजिक सुधारों के लिए आमरण अनशन पर बैठने वाले सामाजिक नेता कुटिया में ही रह
जाते है और वहां पर जन्म लेने वाले नेता राज
भवनों में पहुंच जाते है | यह भी एक विचित्र संयोग है | ऐसे बहुत से उदाहरण हमारे समाज में ही विद्यमान हैं | मेरा न तो इनसे किसी प्रकार का विरोध है न ही मैं किसी विशेष राजनीतिक दल से संबंध
रखता हूं | मैं इन सभी चमत्कारी आदरणीय महानुभावों
के प्रति समान रूप से आदर का भाव रखता हूं |
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नेता
बनते हैं इंसान में चमत्कारी शक्ति आ जाती है | धन कमाने की छमता में अद्भुत वृद्धि
हो जाती है, मानो कि उसे अलादीन का चिराग मिल गया | यह केवल उस चिराग को रगड़ते रहते
हैं, और इनकी संपत्ति बढ़ती रहती हैं | इनकी संपत्ति जंगली बेल की तरह बेतहाशा बढ़ती
जाती हैं | ऐसा लगता है कि धन की देवी लक्ष्मी और कुबेर की इन लोगों पर विशेष कृपा
होती है | केवल इन पर ही नहीं बल्कि इनके बेटा, बेटी, बहू, दामाद तथा इनके नजदीक के
रिश्तेदारों जैसे भाई, भतीजा, साले, सालियों
आदि पर भी इन देवताओं की विशेष कृपा होनी
शुरू हो जाती है | ऐसा लगता है कि लक्ष्मी और कुबेर जी को निवास करने के लिए
सबसे उपयुक्त नेता ही लगते हैं और उनके रिश्तेदार लगते हैं | शायद निर्मल बाबा ने कृपा
आने की विशेष विधि सिर्फ इन्हे ही बता रखी है |
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नेता
बनने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपने अपनी संपत्ति बढ़ाने में जो चहुंमुखी उन्नति की
है उसके बारे में पांच साल के बाद केवल चुनाव
के समय ही पूछा जाता है उसमें अपनी वर्तमान
संपत्ति के बारे में जानकारी देनी होती हैं
जो कि पिछले पांच साल की तुलना में कई गुना
बढ़ चुकी होती हैं | कईयों की संपत्ति तो चमत्कारिक रूप से पचास गुना
तक बढ़ जाती है | जबकि आम नागरिक को बैंक में सावधि जमाराशि पर 6.5 प्रतिवर्ष की दर
से ही ब्याज मिल पता है | यदि किसी कंपनी का एक हजार का शेयर लेता है तो साल के मुश्किल
से दस रूपये लाभांश के रूप में मिलते हैं | आम नागरिक के पास अपनी छोटी सी जमा पूंजी
निवेश करने का इन जैसा अच्छा उपजाऊ स्त्रोत नहीं होता | इन्हें कोई दंड नहीं दिया जाता
बल्कि चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाता है क्योंकि इन्होंने भारत की प्रति व्यक्ति आय
बढ़ाने में बहुत बड़ा सराहनीय योगदान दिया होता है |
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यदि
आप भी चाहे तो इस क्षेत्र में आ कर अपना भविष्य संवार सकते हैं | अभी बहुत से चुनाव
भविष्य में होने है, अभी बहुत सी फिल्मों का प्रदर्शन भी भविष्य में होना है |
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